शिराएं (Veins) - शिराए ऑक्सीजन रहित खून को पूरे से एकत्र करके हार्ड में वापस लाती है। इनमे उपस्थित कपाट (valve) रुधिर को वापस जाने से रोक देती है।इनकी दिवारे पतली होती है अर्थात जब इनमे रुधिर नही होता तो ये चिपक जाती है। शिराओ की दीवारों में पेशी (muscle) वा इलास्टटीन ( elastin) तंतु बहुत कम होते है इनका बाहरी स्तर सबसे अधिक विकसित होता है।सभी शिराए आपस में मिलकर शिरातंत्र का निर्माण करती है। शिरा वो में आनाऑक्सिकारित रूधिर बहता है । अपवाद स्वरूप फुफुसिय शिरा (pulmonary vein) में शुद्ध रुधिर बहता है ।शरीर की कोशिका में रुधिर कोशिका का जाल सा फैला रहता है।इनके धमनी सिरा से पोसक पदार्थ छन कर ऊतक द्रव में पहुंचता है और कोशिकाओं द्वारा उपयोग किया जाता है। तथा इनके शिरा सिर (venous end) पर बेकार उत्सर्जी पदार्थ एकत्र करके शिरिकाओ (venules)में डाल दिया जाता है। ये शिरिकाए आपस में मिलकर महाशिरा(vena cava) का निर्माण करती है जोकि उच्च महाशिर (superior vena cava) व निम्न महाशिरा ( in ferior vena cava) द्वारा अलिंद में खुलती है।